पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बनाए जाएंगे नए हेलीपोर्ट, जानिए यात्रियों को क्या-क्या मिलेंगी सुविधाएं
देहरादून। उत्तराखंड में हवाई सेवाओं का विस्तार होने के साथ अब यात्री सुविधाओं पर सरकार का विशेष फोकस है। इसके लिए केदारनाथ धाम, सहस्त्रधारा और हेमकुंड साहिब में हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे। यात्रियों को इन हेलीपोर्ट पर वेटिंग रूम के साथ ही बैठने, पूछताछ काउंटर, जलपान सहित सभी जरूरी सुविधाएं मिलेंगी।
प्रदेश में उड़ान योजना के तहत हवाई सेवाओं का विस्तार किया जा रहा है। वर्तमान में 83 हेलीपैड हैं। जिनमें 51 सरकारी और 32 प्राइवेट हैं जबकि 22 हेलीपैड बनाने का काम चल रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन विभाग ने 33 नए हेलीपोर्ट और हेलीपैड प्रस्तावित किए हैं। इसमें जिलों से 10 प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं।
सचिव नागरिक उड्डयन दिलीप जावलकर ने बताया कि सहस्त्रधारा में लगभग 11 करोड़ की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर का हेलीपोर्ट बनाया जा रहा है। जिसकी क्षमता 600 यात्रियों की होगी। इसके अलावा केदारनाथ धाम और हेमकुंड साहिब में एक-एक हेलीपोर्ट प्रस्तावित है। चारधाम यात्रा के दौरान गुप्तकाशी, सिरसी और फाटा से हेली सेवा का संचालन किया जाता है। अभी तक केदारनाथ धाम में हेलीपोर्ट नहीं है। जिससे यात्रियों को सुविधा न मिलने के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश सरकार नए हेलीपैड बनाने के साथ ही जहां पर यात्रियों की आवाजाही ज्यादा वहां पर हेलीपोर्ट बनाए जाएंगे। जिससे यात्रियों को वेटिंग रूम, बैठने की व्यवस्था, जलपान की सुविधा मिल सके। सचिव ने बताया कि मुख्य सचिव ने रामनगर, मसूरी, नैनीताल और हरिद्वार जैसे पर्यटक स्थलों में हेलीपोर्ट बनाने के निर्देश दिए हैं।