खाद्य तेलों के थोक भाव में गिरावट तो 190-210 रुपये लीटर क्यों बिक रहा सरसों तेल? जमकर मुनाफा काट रहे दुकानदार

खाद्य तेलों के थोक भाव में गिरावट तो 190-210 रुपये लीटर क्यों बिक रहा सरसों तेल? जमकर मुनाफा काट रहे दुकानदार
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नई दिल्ली। देशभर के तेल-तिलहन बाजारों में बीते हफ्ते सभी तेल-तिलहनों की थोक कीमतों में गिरावट दर्ज हुई। बाजार सूत्रों ने दावा किया कि खाद्य तेल-तिलहनों के थोक भाव में गिरावट आई है। यह पूछे जाने पर अगर गिरावट आई है, तो आम उपभोक्ताओं को 190-210 रुपये लीटर या उससे अधिक कीमत पर सरसों तेल क्यों मिल रहा है, सूत्रों ने कहा कि यह वास्तविकता है कि थोक भाव कम हुए हैं।
थोक विक्रेता आगे सप्लाई करने के लिए खुदरा कंपनियों को 152 रुपये लीटर (अधिभार सहित) के हिसाब से आपूर्ति कर रहे हैं। खाद्य तेल के एक प्रमुख ब्रांड ने शनिवार को 152 रुपये लीटर के भाव बिक्री की है, लेकिन खुदरा कंपनियां यदि इस कीमत में मनमानी वृद्धि कर रही हैं, तो सरकार को उसपर अंकुश लगाने के बारे में सोचना चाहिये। छापेमारी से कुछ हासिल नहीं होगा उल्टा इससे तेल कारोबार की सप्लाई चेन प्रभावित होगी। उन्होंने कहा कि छापेमारी के बजाय केवल बाजार में घूम-घूम कर खुदरा विक्रेता कंपनियों के अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) की जांच की जाये, तो समस्या की जड़ में पहुंचा जा सकेगा।

खुदरा में सरसों तेल अधिकतम 158-165 रुपये लीटर
सूत्रों ने कहा कि थोक बिक्री मूल्य के हिसाब से खुदरा में सरसों तेल अधिकतम 158-165 रुपये लीटर तथा सोयाबीन तेल अधिकतम 170-172 रुपये लीटर मिलना चाहिये। इस कीमत पर उपभोक्ताओं को खाद्य तेल आपूर्ति के लिए सरकार को यथासंभव प्रयास करना होगा।

सरसों दादरी तेल 200 रुपये टूटा
सूत्रों ने बताया कि पिछले सप्ताहांत के मुकाबले बीते सप्ताह सरसों दाने का भाव 100 रुपये टूटकर 7,415-7,465 रुपये प्रति च्ंिटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल 200 रुपये टूटकर समीक्षाधीन सप्ताहांत में 14,850 रुपये च्ंिटल पर बंद हुआ। वहीं सरसों पक्की घानी और कच्ची घानी तेल की कीमतें भी क्रमश: 30-30 रुपये की नुकसान के साथ क्रमश: 2,335-2,415 रुपये और 2,375-2,485 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुईं।

सोयाबीन इंदौर में 250 रुपये की गिरावट
सूत्रों ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और सोयाबीन लूज के थोक भाव क्रमश: 225-225 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 6,800-6,900 रुपये और 6,500-6,600 रुपये प्रति च्ंिटल पर बंद हुए।  गिरावट के आम रुख के अनुरूप समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन तेल कीमतें नुकसान के साथ बंद हुईं। सोयाबीन दिल्ली का थोक भाव 250 रुपये की नुकसान के साथ 16,400 रुपये, सोयाबीन इंदौर 250 रुपये की गिरावट 15,750 रुपये और सोयाबीन डीगम का भाव 450 रुपये की गिरावट के साथ 14,800 रुपये प्रति च्ंिटल पर बंद हुआ।
गिरावट के आम रुख के विपरीत मूंगफली तेल की निर्यात मांग के कारण पूर्व सप्ताहांत के बंद भाव के मुकाबले समीक्षाधीन सप्ताह में मूंगफली तेल-तिलहन के भाव लाभ दर्शाते बंद हुए। मूंगफली दाना तो अपने पूर्वस्तर पर बना रहा, जबकि मूंगफली तेल गुजरात 350 रुपये के सुधार 16,000 रुपये प्रति च्ंिटल पर बंद हुआ। मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड का भाव भी 45 रुपये सुधरकर 2,670-2,860 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ।

सीपीओ का भाव भी 350 रुपये टूटा
समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी बाजारों में अधिक कीमत होने और उसी के अनुरूप मांग कमजोर होने की वजह से कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का भाव भी 350 रुपये टूटकर 14,500 रुपये क्विंटल, पामोलीन दिल्ली का भाव 350 रुपये टूटकर 16,000 रुपये और पामोलीन कांडला का भाव 350 रुपये टूटकर 14,850 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।   समीक्षाधीन सप्ताह में बिनौला तेल का भाव 300 रुपये टूटकर 14,950 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।

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