ग्रीन तकनीकी से 100 संवेदनशील भूस्खलन क्षेत्रों का उपचार होगा शुरू
देहरादून। प्रदेश के संपर्क मार्गों पर बन रहे भूस्खलन क्षेत्रों के उपचार को ग्रीन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रमुख मार्गों पर विभिन्न भूस्खलन क्षेत्रों का इस पद्धति से उपचार किया जा रहा है। हाल ही में प्रदेश के 100 संवेदनशील भूस्खलन क्षेत्रों के ग्रीन तकनीक से उपचार के लिए लिए विश्व बैंक की सहायता से काम शुरू किया गया है। उत्तराखंड में हर साल वर्षाकाल में बड़ी संख्या में मार्ग अवरुद्ध होते हैं। इसका मुख्य कारण इन मार्गों पर भूस्खलन होना है। ऐसे लगभग 203 भूस्खलन क्षेत्र चिह्नित हैं। इन स्थानों पर अवरुद्ध मार्गों को खोलना सरकार के सामने एक बड़ी चुनौती रहता है। यातायात सुचारु रखने के लिए इन मार्गों पर बड़ी संख्या में मशीनों व कार्मिकों की तैनाती की जाती है। प्रदेश में इस समस्या को देखते हुए यहां ग्रीन तकनीकी से भूस्खलन क्षेत्रों का उपचार शुरू किया गया।