डीजीपी अशोक कुमार की विदाई बेला पर भव्य रैतिक परेड का आयोजन

डीजीपी अशोक कुमार की विदाई बेला पर भव्य रैतिक परेड का आयोजन
Spread the love

उत्तराखण्ड पुलिस को संवेदनशील बनाने के लिए काम किया – अशोक कुमार

डीजीपी अशोक सर को कभी विचलित नहीं देखा, उनकी कार्यप्रणाली से सभी को सीख लेनी चाहिए- अभिनव कुमार, नये डीजीपी

देहरादून। डीजीपी अशोक कुमार ने अपनी विदाई बेला को भावुक क्षण बताते हुए पुलिस महकमे के आभार जताया। टीम को लेकर कई चुनौतियों का सामना किया। गुरुवार को पुलिस लाइन्स देहरादून में भव्य रैतिक परेड का आयोजन किया गया। परेड का नेतृत्व सर्वेश पंवार, पुलिस अधीक्षक यातायात देहरादून ने द्वितीय कमाण्ड आशीष भारद्वाज, पुलिस उपाधीक्षक, प्रेमनगर व परेड एडज्यूटेन्ट सुश्री निहारिका सेमवाल, पुलिस उपाधीक्षक, हरिद्वार के साथ किया।

परेड में उत्तराखण्ड पुलिस की विभिन्न शाखाओं, ट्रेफिक पुलिस, नागरिक पुलिस, पी0ए0सी0, महिला पीएसी, कमाण्डो दस्ता, तथा ए0टी0एस0 आदि सम्मिलित हुए। कार्यक्रम का संचालन फायरमैन मनीष पंत ने किया। रैतिक परेड का पुलिस महानिदेशक द्वारा मानप्रणाम ग्रहण करने के उपरांत परेड का निरीक्षण किया गया। अशोक कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि भव्य और शानदार परेड के लिए सभी जवानों को बधाई। मैं इस परेड में सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद तथा शुभकामनाएं देना चाहता हूँ। मेरा सौभाग्य है कि मुझे तीन वर्ष तक आप सबका नेतृत्व करने का सौभाग्य मिला। 34 वर्षों से अधिक की समर्पित सेवा के बाद आज पुलिस सेवा का अंतिम दिन है, काफी भावुक क्षण हैं। वर्दी ने सेवा के हजारों मौके दिए। टीम के बिना कुछ भी संभव नहीं है। आप मेरे साथ खड़े रहे। जान जोखिम में डालकर खड़े रहे।

मैं अपने पुलिस के सभी साथियों का धन्यवाद करता हूँ। हमने मिलकर कई बड़ी चुनौतियों जैसे कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर, रैंणी आपदा, कोरोना महामारी के बीच महाकुम्भ का आयोजन, और कुमाऊं परिक्षेत्र में अतिवृष्टि, आदि का धैर्य और दृढ़ता के साथ डटकर सामना किया और देशभर के लोगों का विश्वास जीता। मेरा मानना है कि पुलिस जनता के लिए बनी है। ऐसी पुलिस व्यवस्था बनाने का प्रयास किया, जिसमें अपराधियों में पुलिस का भय और जनता पुलिस को देखकर सुरक्षित महसूस करे।

आप सभी के सहयोग से यह एक विस्मरणीय यात्रा रही। हम सभी ने उत्तराखण्ड पुलिस को People Friendly, संवेदनशील और पीड़ित केन्द्रित बनाने के लिए काम किया, ताकि हम देश की सर्वोत्तम पुलिस बन सके। इस दौरान उत्तराखण्ड पुलिस ने ऑपरेशनल, प्रशासनिक, वेलफेयर, मॉर्डनाइजेशन, टैक्नीकल आदि क्षेत्रों में वृहद एवं फोकस्ड रूप से कार्य किया। हम सभी ने मिलकर प्रधानमंत्री द्वारा दी गयी SMART पुलिसिंग की अवधारणा को साकार करने के लिए कार्य किया। मुझे पूरा विश्वास है कि आप सभी नए नेतृत्व के साथ मिलकर लगन, अनुशासन, ईमानदारी, सत्यनिष्ठा और जोश के साथ राज्य व आम जनता की सेवा एवं सुरक्षा करते रहेंगे तथा उनका विश्वास जीतने में सफल होंगे।

नवनियुक्त पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि साथियों सरकारी सेवा में रिटायरमेंट शाश्वत सत्य होता है और रिटायरमेंट के बाद जिन्दगीं की एक नई पारी शुरू होती है। आज सांय को हमारे बीच से हमारे पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार सर 34 वर्ष से भी अधिक की भारतीय पुलिस सेवा में अपना योगदान देकर सेवानिवृत हो रहे हैं। राज्य गठन के साथ ही उत्तराखण्ड पुलिस को भी 23 वर्ष पूर्ण हुए हैं, जिसमें अशोक कुमार ने पुलिस सेवा में अपना विशेष योगदान दिया है।

उत्तराखण्ड पुलिस के ढांचा निर्माण में डीजीपी सर का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। मैं सर को विश्वास दिलाना चाहता हूं कि उत्तराखण्ड पुलिस सदैव उनका परिवार रहेगा साथ ही भविष्य में हमें आपका मार्गदर्शन मिलता रहेगा। व्यक्तिगत रूप से मैने सर के साथ कार्य किया है जिसमें सर से बहुत कुछ सीखने को मिला है। सबसे महत्वपूर्ण है उनका स्वभाव मैने कभी भी उन्हें किसी परिस्थिति में विचलित होते नहीं देखा है। उनकी कार्यप्रणाली से हम सभी पुलिस अफसर को सीख लेनी चाहिए। मेरा यह प्रयास रहेगा हम सब मिलकर उत्तराखण्ड पुलिस को नयी ऊंचाई पर ले जायेंगे।

पुलिस महानिदेशक ने उत्कृष्ट कार्यो के लिए मुख्य आरक्षी 44 ना0पु0 मनोज कुमार और महिला कान्स0 378 ना0पु0 विद्या मेहता को ’सराहनीय सेवा सम्मान चिन्ह’ प्रदान किया गया। मुख्य आरक्षी 44 ना0पु0 मनोज कुमार द्वारा वर्ष 2021 तथा वर्ष 2023 में ऑपरेशन स्माईल अभियान के अन्तर्गत जनपद टिहरी गढ़वाल में बड़ी लगन व मेहनत से कार्य किया गया है जिसमें वर्ष 2021 में कुल 58 गुमशुदाओं तथा वर्ष 2023 में कुल 88 गुमशुदाओं इस प्रकार कुल 146 गुमशुदाओं को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया है। महिला कान्स0 378 ना0पु0 विद्या मेहता, जनपद पौड़ी गढ़वाल द्वारा ऑपरेशन स्माईल/ऑपरेशन मुक्ति के अन्तर्गत वर्ष 2021 से 2023 तक कुल 74 गुमशुदा को तलाश कर उनके परिजनों के सुपुर्द किया गया हैं । विभिन्न शिक्षण संस्थाओं/गोष्ठी/रैली/ नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से उत्तराखण्ड पुलिस ऐप/ गौरा शक्ति ऐप / महिला सुरक्षाओं के सम्बन्ध में समय-समय पर जनता को जागरूक करते हुये ऑपरेशन स्माइल/ऑपरेशन मुक्ति में विशेष सहयोग किया गया है।

इस अवसर पर पीवीके प्रसाद, अपर पुलिस महानिदेशक, पीएसी, अभिसूचना एवं सुरक्षा, अमित सिन्हा, अपर पुलिस महानिदेशक, प्रशासन, ए पी अंशुमान, अपर पुलिस महानिदेशक, अपराध एवं कानून व्यवस्था, समस्त पुलिस महानिरीक्षक, समस्त पुलिस उपमहानिरीक्षक, सहित अन्य पुलिस अधिकारी उपस्थित रहे।

admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *